कल्याण हो

‪#‎कल्याण_हो‬
स्वयं का प्रयास हो,
उम्मीद का संचार हो,
अपने ऊपर विश्वास हो,
तो जीत का आगाज हो।
खुद का अंदाज हो,
सब का साथ हो,
कर्म पे ही ध्यान हो,
तो प्रतिभा का सम्मान हो।
विरक्तियों का त्याग हो,
सद्भाव का प्रवाह हो,
रिश्तों की परवाह हो,
तो जन-जन का कल्याण हो।
अनुराग रंजन
छपरा(मशरख)

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