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Showing posts from 2015

परीक्षा:-शंका आ समाधान(लेख)

परीक्षा:-शंका आ समाधान(लेख) जनवरी के महीना,जहाँ नया साल के स्वागत करेला ओहिजा भर महीना गणतंत्र दिवस समारोह के खुशुबू फिजां में फईलल रहेला। एक तरफ मकर संक्रांति,माघ के मेला ...

माटी

राख सकी माटी के लाज, दिही आशीष, इहे आज, भोजपुरी के होखे सम्मान, इहे बावे हमार अरमान। माटी पुकारत बाटे आज, मिल के पूर्ण करे के काज, इहे बावे हमार आह्वान, बनल रहो भोजपुरी के ताज। अ...

जाड़ा

जाड़ा अब लागे लागल, चदरियां खिचाये लागल, जाकिटवा कसाये लागल, जुतवा पहिनाये लागल, माने जाड़वा लागे लागल। रउआ सभे किहा भी जाड़ा आवे लागल का,इहवाँ त अब भोरहा-संझिहा बुझाय लागल बा। ...

सरदार वल्लभ भाई पटेल(31 अक्टूबर)

सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा काल में ही उन्होंने एक ऐसे अध्यापक के विरुद्ध आंदोलन खड़ाकर उन्हें सही मार्ग दिखाया जो अपने ह...

प्रयास

हर रतिया भिनसहरा के इन्तेजार करी, जिनिगिया रंगीन बा,एकरा से प्यार करी। ऊ बेरा भी आई,जेकर रउआ इन्तेजार बा, बस अपना प भरोसा आ वक़्त प ऐतबार करी। तनिये सा ही सही,बाकि अपनो से प्या...

कीमत(कहानी)

कीमत (कहानी) स्विट्जेरलैंड ऑइल प्रकाश के दू बरिस हो गईल रहे। ऊ उहवाँ एगो बरहन कंपनी में काम करत रहस। एक दिन उनकर मोबाइल बाजल त देखले की माई हिअ,फोन त उठा लिहले बाकि उनका लागल क...

छठ पूजा 2015

आज जब सब तरफ लोग पुराने रीती-रिवाजो को भुल कर एक नई संस्कृति की गाथा रचने में लगे पड़े है,ऐसे में जब भी यह विचार आता है की वह कौन सा व्रत/पर्व या आयोजन है जो आने वाले कई दशकों तक अप...

रानी लक्ष्मी बाई(19 नवंबर)

जन्मदिन विशेष) महिला सशक्तिकरण के जनक:-रानी लक्ष्मीबाई जब भी महिला सशक्तीकरण के चर्चा छिड़ेला,केनहूँ महिला खातिर कउनो आवाज उठेला। त,हमार टोही मन एकेगो सवाल करेला की एकर अग...

समय के अभाव बा

मौका ई बरियार बा, अप्रिल में एग्जाम बा, हॉत अभी पढाई बा, समय के अभाव बा। प्रयास होत बरियार बा, आशीर्वाद के चाह बा, चापटर सब तईयार बा, समय के अभाव बा। तेज भईल रफ़्तार बा, लेख पर लगा...

काश मेरी भी एक गर्लफ्रेंड होती...

मांगता कभी जो चंद लम्हे तो दिन वो तमाम देती, होता कभी उदास तो खुशियाँ वो हजार देती, दिख जाता कहीं उम्मीद तो सपनो की वो बौछार देती, मुश्किलें आती कभी तो सोलूशन्स वो हजार देती। बरसात कभी आती तो छाते को वो तान देती, परेशानियों के पिटारों को तो हवा में यूँही वो उछाल देती, जमाने के तानों को तो अपनी वो मुस्कान देती, मेरी हर एक अदा पर ही तो वो अपनी जान देती। काश मेरी भी एक गर्लफ्रेंड होती तो मेरे हर लम्हे को वो सवाँर देती। अनुराग रंजन छपरा(मशरख)

कल्याण हो

‪#‎कल्याण_हो‬ स्वयं का प्रयास हो, उम्मीद का संचार हो, अपने ऊपर विश्वास हो, तो जीत का आगाज हो। खुद का अंदाज हो, सब का साथ हो, कर्म पे ही ध्यान हो, तो प्रतिभा का सम्मान हो। विरक्तिय...

माटी के फर्ज

माटी के फर्ज निभावे के बा, सभका के रहिया पे लावे के बा, उम्मीद के अलख जगावे के बा, भोजपुरी के पहिचान दिलावे के बा। असरा सभकर पुरावे के बा, सभका के आपन बनावे के बा, स्वाभिमान सभकर ...

बबुआ आ पढाई

नामवा लिखा गइल, फिसवा भरा गइल, कॉपिया किना गइल, बस्ता में रखा गइल। स्कुल में उ आ गइल, मास्टर त पढ़ा गइल, ट्यूशनवो धरा गइल, प्रयास खूब बढ़ा गइल। लइकन के उ भा गइल, पढाई खूब उ क गइल, परी...

जन्मदिन राजेंद्र प्रसाद(3 दिसंबर)

राजेन्द्र प्रसाद भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति है। उनका जीवन हमारा सार्वजनिक इतिहास है। वें सादगी, सेवा, त्याग और देशभक्ति के प्रतिमूर्ति थे। स्वतंत्रता आंदोलन म...