भाई-बहन
भाईयों की शान है बहनें,
भाईयों की जान है बहनें,
भाईयों की मुस्कान है बहनें,
भाईयों की मान है बहनें।
कभी दिखाती है नखरे,
तो कभी जताती है प्यार,
कभी सताती है बहनें,
तो कभी इतराती है बहनें।
आप की भी बहन होगी कोई,
सबकी बहन है कोई ना कोई,
तो क्यों करता है कोई,
अपने ही बहनों का अपमान।
कभी कभार उदास हो जाती है बहनें,
कभी नाराज हो जाती है बहनें,
फिर भी हर दुःख को अपना बना लेती है बहनें,
फिर तू भी रख ले हर बहन की लाज।
हमारी अभिमान है बहनें,
प्यार और त्याग की पहचान है बहनें,
हर भाई की उम्मीद है बहनें,
हर भाई की प्राण है बहनें।
अनुराग (मशरख)।
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