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Showing posts from October, 2015

उहे त किसान बा

करजा लियात बा, बियवा छिटात बा, दिनवा जोडात बा, उहे त किसान बा। पनिया पटात बा, खेतवा सोहात बा, समईया दियात बा, उहे त किसान बा। मनवा में आश बा, खेतवा अगोरात बा, फसलवा कटात बा, उहे त क...

किसान:-धरती के भगवान

लइकाईये से हमनी के इहे कहत आ सुनत रहल बानी सन,उमिरिया बीत गईल किताबन में पढ़त-पढ़त केतनन के कि,हमनी के देश भारत कृषि प्रधान देश हवे। हमनी के देश किसानन के देश हवे। किसान देश के प...

आखर ह माटी के शान

आखर ह माटी के शान, भोजपुरी के हवे ई उपनाम, कविता,कहानी,गद्द-पुराण, आखर ह आपन मुस्कान। सभे के बाटे अरमान, भोजपुरी के फइलो नाव, सब कर जुटी जब प्रयास, तब भोजपुरी पाई मान-सम्मान। सब...

भाई-बहन

भाईयों की शान है बहनें, भाईयों की जान है बहनें, भाईयों की मुस्कान है बहनें, भाईयों की मान है बहनें।   कभी दिखाती है नखरे, तो कभी जताती है प्यार, कभी सताती है बहनें, तो कभी इतराती...

गांधी जयंती विशेष

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने क्या किया,क्या नही किया??उन्हें भगत सिंह को बचाना चाहिए था या नही??ये चंद सवाल कुछ लोगो के जेहन में आज भी जरूर हो सकता है। परन्तु आज इस अवसरवाद...

याद है हमे आज भी

वो बचपन में हमारा खेलना, मासूमियत से हर गम को झेलना, वो बात-बात पे चहकना, याद है हमे आज भी। आज भी खेलते है हम खेल, किसी के जज्बात से तो, किसी के अरमान से, किसी के उम्मीद से तो, किसी के विश्वास से। सलीके से पहुँचते है अंजाम तक, खुशियों से मुस्कुराना होता है, आज भी हर अंजाम के बाद। कभी शौक से पढ़त थे हम, आज प्रतिस्पर्धा में पढ़ते है हम, तब होता था टॉप करने का उन्माद, आज है दौर में बने रहने का प्रयास। वो बचपन की बारिश, स्कूल की छुटटी, होता था हर क्लास का इन्तेजार, बारिश में भी कर आते थे, कोचिंग की क्लास। आज भी होती है बारिश, उम्मीद और चिराग की, पलक-पावड़े बिछ जाते है, एक अदद छुटटी की आश में। उम्मीद जगा जाती है, कह जाती है बारिश, छोड़ आज की क्लास, फिर भी कर आते हर क्लास हैं। तब था दुनिया जितने का विश्वास, रोज जीता करते थे, सपनो के हजारों महल। आज भी है विश्वास, जीत लेंगे हर जंग, शायद इसिलए है आज भी, जिंदगी की असल जंग में विराजमान। याद है हमे आज भी।

प्रेमी यादव जी

"प्रेमी यादव जी" हरदम मन-मौजी रहेवाला यादव जी एकदम से एतना जिम्मेवार कईसे हो गइले? एह बात पर उनके अधिकतर जानकार  आज भी आश्चर्य  में बाड़े।लेकिन,जवन भट्ठी के चमक आज,उनका चेहरा ...