विरोधीयन के उहे हरा पावेला...

छोट छोट मौक़ा के भी ख़ुशी में तब्दील जे कर पावेला।
सबका चेहरा प पुरकस मुस्कान उहे लेआ पावेला।।

साँच के रहिया प निरंतर जे चलत रह पावेला।
हक आ सम्मान ला अंत तक उहे लड़ पावेला।।

दुःख आउर दर्द से आखिर तक जे जूझ पावेला।
राह में आवेवाला बाधा के उहे पार कर पावेला।।

प्यार आउर अपनत्व के महत्व जे जान पावेला।
हर रिश्ता के मान मर्यादा उहे राख पावेला।।

चेहरा प फईलल उदासी के जे पढ़ पावेला।
सभकर दुःख दर्द के उहे दूर कर पावेला।।

दोस्त आउर दुश्मन में फर्क जे समझ पावेला।
आपन हर कदम के उहे साध के चल पावेला।।

ताना आ आलोचना के आपन ताकत जे बना पावेला।
आज ना त काल्ह विरोधीयन के उहे हरा पावेला।।

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