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Showing posts from February, 2016

"एगो परीक्षा अईसन भी"

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"एगो परीक्षा अ ई सन भी" प्रेसीडेंसी कॉलेज कलकत्ता, स्नातक के परीक्षा शुरू भईल  आधा घंटा बीतत होई। कॉलेज के मुख्य द्वार बंद हो चुकल बा। तबही एगो छात्र आईल आ गार्ड से परीक्षा हॉल में जाए के अनुमति मांगे लागल। गॉर्ड के ना मानत देख के उ छात्र प्राचार्य के बोलावे ला निहोरा कईलस। धीरे-धीरे बहस आ शोर बढे लागल। निरीक्षण के खातिर घुमत प्राचार्य शोर सुन के मुख्य गेट के तरफ बढ़ गईलन। उहाँ उ छात्र के बात समझ के उनका लेट अइला के वजह से परीक्षा में ना बईठे देवे के नियम के सफाई देके समझावे के प्रयास कईलन। छात्र के गुहार के कउनो असर उनका प ना भईल। उ जब लौट के जाए लगले त उ छात्र कहलन "आई एम द राजेन्द्र हु नेवर स्टूड सेकंड इन एनी एग्जाम"। प्राचार्य उनकर ई बात सुन के आखिरकार अनुमति दे दिहले। छात्र धन्यबाद देत अपना परीक्षा हॉल के रुख कईले। इहवाँ हम ई ध्यान दिलावे के चाहेंम की अंग्रेजी ग्रामर के नियम के अनुसार कउनो व्यक्ति के नाम के पहिले 'द' के प्रयोग ना होखे ला। एकर इस्तेमाल ई दर्शावे खातिर काफी रहे की उ छात्र के अनुसार उनका जईसन कोई ना रहे ना होई। खैर परीक्षा में बइठे के अनुम...

भोजपुरिया पाती

प्रणाम, आशा बा की सभे निमन होई। आज हम भोजपुरिया पाती लिख रहल बानी,एह उम्मीद के जरे की रउआ सभे के साथ आ सहयोग दिलावे में ई पाती आपन योगदान दिही। आज हमनी के भोजपुरी एगो संघर्ष के ...

एक यादगार दिन

आज का दिन यादगार बन गया। कारण सोशल मीडिया पर सक्रीय कई मित्रों से फोन पर बात हुई। अपितु मित्र कहना सरासर गलत है। अतः 1. Saurbh Chaturvedi सर से बात हुई। मन आनंदित हो गया। ऐसा लगा मानो उन्होंन...

वामपंथी मोहब्बत का एक और खत...

वामपंथी मोहब्बत का एक और खत... असित सर के परमिला भौजी,अतुल भईया के पिंकी जी और सौरव सर के वामपंथी मोहब्बत के सभी चाहने वालो को मेरा प्यार भरा नमस्कार। असित सर के ललका गुलाब,अत...

मेरे तलवार

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ये दिन,ये रात और ये किताब है मेरे तलवार! एक दिन, ये ही करेंगे मेरे हर सपने को साकार... बस मुझे है,उचित वक़्त और मौके की दरकार!             फिर ये दुनिया देखेगी मेरे प्रतिभा की असल वार... अनुराग रंजन छपरा(मशरख)

"ना जाने कईसे दू..."

किताब-कॉपी के छोड़ फेसबुक आ ट्वीटर पढ़ल जात बा। भलही,काहेना टॉप करेके सपना रोज देखल जात बा।। क्लास छोड़ के फ़िल्म रोज देखल आ देखावल जात बा। भलही, काहेना माई-बाबूजी के भरोसा तमाम ...

इश्क में पत्तल-गिलास भईल

#माटी #भोजपुरी #इश्क में पत्तल गिलास भईल जवन आँखि के चमक कभी प्रकाशवा रहत रहे,ना जाने केतना दिन बाद आशा ओकरे लगे फ़ोन कईले रही। उ प्रकाश के अपना गाँवे बोलवले रही। शहरी प्रकाश ज...