Posts

Showing posts from 2018

आखर ह माटी के शान

"आखर ह माटी के शान" आखर ह माटी के शान, भोजपुरी के ह वे उपनाम, कविता,कहानी,गद्द-पुराण, आखर ह आपन मुस्कान। सभे के बाटे अरमान, भोजपुरी के फइलो नाव, सब कर जुटी जब प्रयास, तब भोजपुरी पाई ...

जे मन मे बा त प्यार करअ

जे मन में बा त प्यार करs भा सीधा तु इनकार करs ..... 1 तु रोज निचिता सुतेलु हम रोज रात भर जागीले तु छते छते छहकेलु हम गलिये गलिये माकिले तु गोभी जइसे फरेलु हम किसमिस लेखा सुखिले तु ठीक रहs बस एकरे खाती बियफे मंगर भुखिले हम एक टाँग प खड़ा बानी जल्दी से बिचार करs जे मन में बा त प्यार करs भा सीधा तु इनकार करs ..... 2 तु जियत रह जियो जइसन प्यार के डाटा सिंक करs पइसा ना लागी मंगनी में आधार से अपना लिंक करs हम 2 G के स्पीड हई तु 4 G के स्पीड हउ हम लेखो फेखो कलम तु जेल पेन के लिड हउ अब तहरे हाथे जिनगी बा अंजोर चाहे अन्हार करs जे मन में बा त प्यार करs भा सीधा तु इनकार करs ..... 3 तु गाड़ी तेज भगावेलु हम साइकिल तेज भगाइले तु जेतने मुंह बनावेलु हम ओतने खूब अघाइले तु महँगा मेकप करेलु हम स्नो पाउडर घोसीले तु घर में पप्पी पोसेलु हम दुअरा कुकुर पोसीले बीच भँवर में फंसल बानी आर करs भा पार करs जे मन में बा त प्यार करs भा सीधा तु इनकार करs ...... 4 तु मॉल के सेंडिल पेन्हेंलु हम टिउर के चपल नापिले तु लेदर जैकीट पेंहेलु हम ठंडा देहे कापिले तहरे के देखे सुनेला क...